द फॉलोअप डेस्क
CSK ने RR को हरारकर अपने प्लेऑफ की उम्मीद जिंदा रखी है। गायकवाड़ ने कप्तानी पारी खेलते हुए टीम को 5 विकेट से जीत दिलाई है। हालांकि यह मुकाबला रवींद्र जडेजा के लिए अच्छी नहीं रहा। मैच के दौरान जडेजा को जिस तरीके से आउट करार दिया गया वह काफी चर्चा में है। दरअसल,सीएसके के बिस्फोटक बल्लेबाज रवींद्र जडेजा शरीर पर गेंद लगने के बाद उन्हें आउट दे दिया गया। इस फैसले से कई फैंस हैरान रह गए तो कई ने इसकी अलोचना भी की। बता दें कि जडेजा को ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड नियम से आउट दिया गया। यह आमतौर पर क्रिकेट में नहीं देखा जाता है।
जडेजा के केस में क्या हुआ
दरअसल, 16वें ओवर गायकवाड़ और जडेजा क्रीज पर थे। स्ट्राइक लेकर जडेजा एक रन दौड़े। इसके बाद उन्होंने दूसरे रन के लिए गायकवाड़ के बुलाया लेकिन उन्होंने जडेजा को वापस जाने को कहा दिया। इस दौरान वापस जा रहे जडेजा को रन आउट करने के मकसद से राजस्थान के विकेटकीपर संजू सैमसन ने गेंद को उठाया और थ्रो किया। लेकिन तभी जडेजा गेंद थ्रो के बीच में आ गए। राजस्थान ने Obstructing the field की अपील की और थर्ड अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया।
क्या है नियम
दरअसल जडेजा को ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड मतलब क्रिकेट फील्ड में बाधा डालना के नियम से आउट करार दिया गया। क्या है यह नियम? तो बता दें कि ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड उसे कहते हैं जब एक बल्लेबाज जानबूझकर फील्डिंग टीम की सहमति के बिना फील्डिंग में बाधा डालता है। यह बल्लेबाज द्वारा जानबूझकर किया गया हस्तक्षेप होता है। इसके विभिन्न प्रकार होते हैं जैसे किसी फील्डर को शारीरिक रूप से रोकना, गेंद की दिशा बदलना, या किसी फील्डर के थ्रो को स्टंप से टकराने से रोककर संभावित रन-आउट को रोकना।